Khandeshi Ahirani Poem कज्या

Khandeshi Ahirani Poem कज्या

Khandeshi Ahirani Poem कज्या गल्लीमा रोज व्हयेत कज्याकज्या पाव्हानी भलती मजा…. याळ ऊगना सुरू कज्यायाळ बुडना सुरू कज्या…. म्हतारानी म्हतारीसंगे कज्या माळकरीनी दारुड्यासंगे कज्या…. रातले नवरामांगे भज्याबायको संगे करे कज्या… कज्या ना पायरेगल्लीले सजालोकसले मात्रफुगट नी मज्या…. नही व्हतीतआते कज्यामोबाईलवर बिझीराणी राजा…. गयात त्या दिन गयी ती मजागल्यामा व्हयेतरोज कज्या…. विवेक पाटीलमालेगांव (नाशिक) Khandeshi Ahirani … Read more