भाऊ-बीज Khandeshi Ahirani Kavita
भाऊ-बीज Khandeshi Ahirani Kavita सन शे भाऊबीजनावान थोर संस्क्रीतीना ॥धृ॥ दादा तेवनारा दिवाताई वात समईनीघर घरमा शोभसजोडी भाऊ-बहिननी..॥१॥ माय बापना आंडोरदरवयनारा रितूपोर सासर-माहेरदोन्ही जोडनारी सेतू..॥२॥ ताई दादानी कायमर्हास पाठीराखी वडदादा ताईना निर्मयमोठा चिरेबंदी गड..॥३॥ ताई भाऊनं करसटिया लायीनी औक्षनबहिननी हयातीनंभाऊ करस रक्षन..॥४॥ जरी जल्मनी नसनीतरी मानी ल्या बहिनघट्ट नाताना धागामागुफा पिरेमनी ईन..॥५॥ भाऊ रक्तना नसनातरी … Read more