अहिराणी पर्व

अहिराणी पर्व

राम राम मंडयी अहिराणी पर्व

अहिराणी पर्वमा
माय अहिराणीले
डोकावर धरीसन
सादर करस…..

अहिराणी पर्व
अहिराणी पर्व

||नाव मनं अहिराणी से||

मनं वय-वरीस ले गणती नयी
मन खानदानले तोड नयी
मना इतिहास बहु भारी
मी अहिरसनी बोली खरी
मी कान्हानी देवकी से
नाव मनं अहिराणी से….

फिरी दखा मना मुलूखमा
बोली दखा मनी बोलीमा
मानसेसले मानूसकी से
बहीन-भाचीले मान से
त्यासले मनजं वयन से
नाव मनं अहिराणी से

धाकलपने मनं बालकडू पिसन
घरमा मनी बाराखडी सिकीसन
ज्या मोठा व्हयनात शिकी-सवरीसन
त्यासना नस-नसमा
मना वास से
नाव मनं अहिराणी से

फिरंगीसले ज्या विर खेटनात
त्यासमा मनाबी लेकरे व्हतात
भाषासना इत्यासमा
मनबी नांव कोरले से
साहित्य संगीतनी
पालखीसमा
माले बी मानपान से
नाव मनं अहिराणी से

मनाबी संमेलनमा रमी दखा
मन्याबी कथा-कवीता
ऐकी दखा
मनाबी इत्यास वाची दखा
मी तुमनी वयख से
नाव मनं अहिराणी से

त्या परशूराम, हनूमान, अस्वस्थामाले
अजून मरन उन नयी
तसं माले बी मरन येवाव नयी
ज्यासनी माले अजरामर कर..
त्यासनी मी माय से
नाव मनं अहिराणी से

बापू पिंगळे
पुणे
९ मार्च, २०२५

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