ahirani kavita हुंडा कलयुगना शाप

ahirani kavita हुंडा कलयुगना शाप

हुंडा कलयुगना शाप

कलयुगी मोठा डाग
हुंडा बळीना ठरना
पोर जन्माले येताच
बाप तो बळी व्हयना…!!

शाप समजो या पाप
पाप मांगना जन्मान
बोली लावतस क्रुर
तोड बुथड बापान…!!

किड लागन जगमा
हुंडा रितना कलंक
लेस दोन पैसा हुंडा
भेटी तेसले नरक…!!

बोली लाई बैठकमा
जसा सौदा हो गायना
दिसे भयान कसाई
बाप नवर देवना…!!

जग चंद्रावर गये
नही बदलनी प्रथा
गंधा ईचार तेसना
हाई खरी मोठी व्यथा…!!

आते नही माणुसकी
नाही घडत दर्शन
मोठ मनना बाप तो
वधू पिता तो महान…!!

देस पोटना गोया तो
तरी नही से किम्मत
कन्यादान करस हो
हाई से मोठी हिम्मत.. !!

लाचखोर बिनलाजे
गत लाचारी जीवन
हुंडा लेतस भडवा
नही से तेसल मान…!!

Psi विनोद सोनवणे धुळे
दिनांक =०२-०६-२०२५

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